पूरे विश्व के अोलंपिक खिलाड़ी रियो ओलंपिक प्रतियोगिता में भाग लेने के लिये गतंव्य पर पहुंच चुके हैं। भारत में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रियो ओलंपिक में भाग लेने वाले खिलाड़ियों से मुलाकात की और विदा किया। रियो से भारत का पुराना नाता रहा है। इस बार भारतीय हॉकी टीम से लेकर लोगों को बहुत ही उम्मीदें, हालांकि हाकी को लेकर 36 साल बाद इतिहास अपने आपको दोहराएगा या फिर हॉकी टीम लोगों की उम्मीदों पर पानी फेर देगा।
रियो ओलंपिक इतिहास से भारत का नाता पुराना रहा है। मिल्खा सिंह ने रियो ओलंपिक को लेकर अपनी किताब में बताया कि अपने प्रतिभागियों को देखने की वजह से उनकी हार हुई थी। ओलंपिक खेलों में भारत को कई पदक मिल चुके हैं, लेकिन रोम ओलंपिक में मिल्खा सिंह की हार से यह तय हो गया कि जीत से ज्यादा इतिहास हार को याद रखती है। मिल्खा सिंह ने यहीं अपने किताब में लिखा। मिल्खा की किताब "द रेस आफ माई लाइफ"में इसका जिक्र भी है। मिल्खा की आज भी इच्छा है कि मेरे इस हार को भारतीय जीत में बदलें।
रियो ओलंपिक इतिहास से भारत का नाता पुराना रहा है। मिल्खा सिंह ने रियो ओलंपिक को लेकर अपनी किताब में बताया कि अपने प्रतिभागियों को देखने की वजह से उनकी हार हुई थी। ओलंपिक खेलों में भारत को कई पदक मिल चुके हैं, लेकिन रोम ओलंपिक में मिल्खा सिंह की हार से यह तय हो गया कि जीत से ज्यादा इतिहास हार को याद रखती है। मिल्खा सिंह ने यहीं अपने किताब में लिखा। मिल्खा की किताब "द रेस आफ माई लाइफ"में इसका जिक्र भी है। मिल्खा की आज भी इच्छा है कि मेरे इस हार को भारतीय जीत में बदलें।
वहीं स्व. मोहम्मद अली जो हेवी बॉक्सर थे, उनके कैरियर की शुरूआत यहीं से हुई थी। मोहम्मद अली को ही पहले कलेसकर क्ले के नाम से जाना जाता था। अली विश्व के सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ बॉक्सर बने।
रियो ओलंपिक के इतिहास पर जब चर्चा होगी तो इथियोपिया के अबीबी बिकिला की चर्चा के बिना अधूरी रह जाएगी। बिकिला एक मवेशी चराने वाला लड़का था, जो बाद में इथियोपिया की सेना में शामिल हुआ। बिकिला की दौड़ को देखकर सेना की तरफ से ओलंपिक में भेजा गया। उसकी दौड़ देखकर आज भी लोगों के रोएं खड़े हो जाते है। बिकिला ने ओलंपिक में 10 किलोमीटर की दौड़ के बाद नंगे पैर चार सौ मीटर की दौड़ को पार की थी।शायद वर्तमान में कोई इसको दोहराना नहीं चाहेगा।
इस बार फिर रियो ओलंपिक को लेकर भारतीयों को उम्मीद है कि टेनिस और हाकी दोनों में भारत को मेडल जरूर मिलेगा।
रियो ओलंपिक को लेकर एक बार फिर सबकी नजर टिकी हुई है। खेल शुरू हो चुका है मैदान में प्रतिभा दिखाने का निर्धारित समय है और जो जीतेगा वहीं बाजीगर होगा और जो हार जाएगा उसकी खामियां इतिहास के गर्त में हमेशा से याद रखी जाएगी. जैसा कि अन्य महानतम खिलाड़ियों की रखी गई है। अब देखना होगा रियो ओलंपिक में भारत इतिहास बनाता है या फिर ........
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