नमस्कार मैं कुमार सौरभ। बहुत दिनों के बाद एक बार फिर से ब्लॉग लिख रहा हूं...क्योंकि आस पास ऐसा घटित हो रहा है...जो लिखने की कीड़ा को जिंदा कर दिया है। शरद ऋुतु जा चुकी है...ग्रीष्म ऋुतु का आगमन हो चुका है। वातावरण में ठंडक ने गर्मी को भार सौंप दिया है और अपना तबादला आदेश लेकर जम्मू जा चुकी है। अप्रैल की गर्मी चारों ओर फैल चुकी है। आपके शरीर से लेकर बाजार औऱ आपके पॉकेट पर इसका असर है। एक वित्तीय वर्ष खत्म होने से पहले ऑफर का आनंद था। जिस बैंक ने आपके सिविल स्कोर कम होने पर लोन नहीं दिये, उसी बैंक ने लोन के लक्ष्य को पूरा करने के लिये मोबाइल पर ऑफर भेजा और आपने बिना समय गंवाए लोन ले लिया। क्योंकि मार्च का महीना सरकार के लिये वित्तीय वर्ष और आम जनता के लिये लोन का होता है। वैसे भी आप कोई नीरव मोदी तो है नहीं कि रातों रात बैंक का पैसा लेकर भाग जाएंगे। आप मीडिल क्लास वाले है लोन नहीं चुकाएंगे तो बैंक आपको जीलत की जिदंगी देगी इसलिये सावधान रहिये और किस्त भरते रहिएगा...
मध्य प्रदेश में चुनावी साल है...इसलिये इस राज्य में भी ऑफर है...सभी वर्ग के लिये। जो लोग इस राज्य के निवासी नहीं है...वो अब बन लीजिये...क्योंकि पलायन करने की आदत डाल लीजिये...जहां चुनाव हो उस राज्य में जाकर बस जाए....पानी बिजली और भोजन के अलावा रोजगार भी मुफ्त मिलेगा और राजनीतिक पार्टी आपका वोट अधिकार का प्रबंध भी कर देगी...क्योंकि हाईटेक की गोद में राजनीति पार्टी खेल रही है। आपका मोबाइल नंबर से लेकर क्षेत्र तक का पता पार्टी ने कर रखा है। भारत में आपने जन्म लिया है तो इन सब चीजों की आदत डाल लीजियें। भाषण से ज्यादा राशन पर फोकस रखियें। क्योंकि जो यहां घोषणा होती है...वह कभी पूरी नहीं होती। क्योंकि इसका कोई माई बाप नहीं है...जो पूछ लें कि घोषणा पूरा क्यों नहीं हुआ। मध्य प्रदेश से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से आप भी कुछ मांग लीजिए...सब मिल जाएगा...। यहां मना नहीं होगा क्योंकि चुनावी साल में राज्य सरकार और पार्टी ने पिटारा खोल दिया है....जितना आप बजा सकते है...बजाएि....फिर दूसरे को भी मौका दीजिए..ध्यान रखिए चुनाव शुरू होने से पहले घोषणा पर अमल जरूर करा लीजिएगा...अन्यथा बड़ा भाई की तरह छोटा भाई भी जुमला बोलकर निकल लेगा।
आपके आस पास बहुत कुछ बदल रहा है....मोबाइल और आधार ने आपकी निजता दूसरे के हाथ में सौंपने के लिये तैयार बैठी। सरकार को अपना अच्छा काम बताना पड़ रहा है....सोशल मीडियों पर ढेरों विज्ञापन सरकारी तंत्र के है...आप भी तरह -तरह के वीडियों का आनंद लीजिए। चुनावी साल है...अब गांव घर में नचनिया नहीं आएगी....उसके ठुमके पर सोशल मीडिया आपको नचाएगा...नाच लीजिए..सेहत के लिये बेहतर है..बस होशोहवास का ध्यान रखिएगा...नहीं तो लंगोट तक आपके सोशल मीडिया में आ जाएंगे...मध्य प्रदेश में सरकार ने हरेक वर्ग के लिये कुछ खास घोषणा कर दी है...अमल में लाया जा चुका है...लेकिन इसका पैमाना कितना है...ये मत पूछिए...बैगा जाति , किसान ,श्रमिक और सरकारी नौकरी वाले. सबके लिये तोहफा है....यू मान लीजिए संता का गिफ्ट है...कुछ न कुछ मिलेगा जरूर। बेरोजगारों पर से सरकार फोकस हट गया है...बेरोजगारी कैसे दूर हो इसके लिये सीएम को चिंता है। बस अपने दो बेटे के लिये। बाकी के लिये तो उनका बोल वचन है..सुनिए औऱ आनंद लीजिए।
मप्र के ब्यूरोक्रेटेस के भी क्या कहने। राजनीति पार्टी से एक कदम आगे है...उनको भी अपना परिवार चलाना है...उन्हें भी तो सीएस पद के लिये कुर्सी दौड़ में आना है...हरेक ब्यूरोक्रेट का अपना तरीका है..कैसे नंबर बढ़वाया जाए....हमारे तरफ भी सरकार देखें...देखिए तमाशा इनका भी। काम करने के लिये आए है लेकिन काम के नाम पर राजनीति भी कर रहे है। जनता मूकदर्शक है...दोनों तरह के तमाशा को देख रही है...समझ में नहीं आ रहा है, जिनके पास सबकुछ है वह भी नैतिकता को भूल चुके है। इंसान के चहेरे पर मत जाए नहीं तो छल लिये जाएंगे... जाते जाते याद दिला रहा हूं अपने मीडिया के साथी से वह भी सीएम की पूर्व में की घोषणाओं को याद दिलाकर पूरा करवा लें... अप्रैल का महीना है चुनावी साल है और बागों में बहार। जब आचार संहिता का डंडा चलेगा तो कुछ नहीं मिलेगा...इसलिये पहले आइए और फायदा उठाएये...